नायक जाति इतिहास - भारत के मुल निवासी

रविवार, 9 सितंबर 2018

नायक जाति इतिहास


नायक जाति इतिहास

नायक जाति की उत्पत्ति आदिमानव नागा से बताई गई है आदि मानव का जीवन जंगलों पर निर्भरता था
आधी नागा लोग शिकार कर अपना जीवन यापन करते थे

नायक की उत्पति

नटराज को देव के रूप में पूज ते थे नटराज यानी शिव भगवान की पूजा करते थे उस समय संयुक्त परिवार हुआ करते थे परिवार के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति को परिवार का मुखिया माना जाता है जिनकी देखरेख में सब कार्य पूर्ण होते थे जो व्यक्ति शिकार करने जाते थे उनका एक मुख्य होता था जिसे नागा लोग नायक नाम से पुकारते थे इस तरह से आदिमानव नागा से नायक शब्द की उत्पत्ति हुई जैसे-जैसे आदि मानव की जनसंख्या में वृद्धि हुई तो शिकार करने वाले लोगों ने अपना अलग अलग समूह बना लिया। जो वीर साहसी पराक्रमी लोग समुह होता था। संपूर्ण भारत की अगर बात की जाए तो हर जाति का नामकरण वर्ग व्यवस्था के अंतर्गत किया जाए किंतु नायक जाति का नामकरण खुद के साथ सौंदर्य की Karan हुआ है


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 नायक जाति के विकास का प्रथम पड़ाव शुरू हुआ राजा महाराजाओं के शासनकाल में नायक जाति के लोगों को सेना में विशेष स्थान दिया जाता था और सेना का सचालन नायक के हाथ में होता था जिसे सेनानायक कहा जाता था जो आज भी हमारी भारतीय सेना में विध्यमान है। आज नायक वीर पुरुष होने के कारण सेना में उच्च कोटि के व्यक्ति को नायक की उपाधि दी जाती थी अगर दोस्तो पोस्ट पसन्द है तो शेयर करे ब्लोग को subscribe करे ताकी आने वाली हर पोस्ट की जानकारियाँ मील सके

19 टिप्‍पणियां:

  1. भारत का पुराना व्यापारी वर्ग होता था नायक तांडे होते थे उनके मुखिया की नायक बोला जाता था कट्टर हिन्दू विचार धारा से है नायक समाज पूरे भारत में एक ही भाषा होती है बंजारा भी बोलते हुए इन को
    कविता राठौड़ बवाना विधानसभा क्षेत्र दिल्ली बीजेपी
    9818801999

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    1. कविता जी मैं भी एक नायक हूँ जो की इंदौर मध्य प्रदेश में रहता हूँ

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    2. chlo hm vypari vrg h pr ye btao
      mam Nayako ka khun kholne ka karn bta do kitna bhi ameer admi kiyu na ho pese ke lia juke nhi

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    3. Mera naam shyam singh bhati hai main bhi nayak samaj se hoon

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  2. नायक जाति को लिखने में अलग अलग उचारण का प्रयोग किया है जो कि गलत है इसी प्रकार गोत्र में भी गलत उचारण के साथ एक ही गोत्र के कइ गोत्र बना रखे है इनको सुधारने की कोशिश करे

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  3. Hamare nayk samjj me bohat se rajaa ,maharaja ,yodhaa, kranti kari huye hai magrr affsiss isss baat ka hai ki etihas ke panoo prr unka kahi prr namo nishaan nahi hai hmre samaaj me
    1)Rstrrveer durgasass ji rathod ,
    2)dehli rajaa vikarm aditya rathod
    3)achal shing nayk
    4)veer nari zhlkari bai
    5) jissne pure desh me islamikan ki aurngjeb ki yojana ko chnkacurr kardiya vase veer yodha durgadass ji rathod
    6)Khandeah ke verr kantikari khajya ji nayakk
    7)telngana ke veer thanu nayk
    8) veer lakhisha banjara
    Jisski jamin parr ajj ki delhi ki sansad bhavan bana huaa hai koi iss kaa jikkr nahi karta
    9)ala udal ji
    10) rao jabbar shing rathod jinhone guru govind shing ko astr shastr ki diskha di...
    11) veer mithu bhukya
    Orr bhi kahi aanginat yodha raja maharaja. Hamare samajj me ho gaye hai mgrr kisi ko malum hi nahi

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  4. kuch noleg na ho kavita g faltu ki noleg mt de or nayak smaj ki bhasha shetr ke anusar bolte h inki mul bhash ki bhat ki jaaye to first bhasha marvadi h rajstan ka itihas pdo kuch pta lge

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  5. _raghuvanshi_nayak_1 नाम के इंस्टाग्राम पेज पर जाओ और अपने क्षत्रिय नायक समाज का इतिहास देखो 🙏

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