भील समाज कि कुलदेवी देवता
दोस्तों आज हम इस ब्लॉग पोस्ट में भील समाज के लोग देवी-देवताओं के बारे में जिक्र करेंगे तो पोस्ट को पूरा पढ़ें
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टोटम
भील जनजाति पशु पक्षियों पेड़ पेड़ पौधों को पवित्र मानकर उनकी टोटम के रूप में पूजा करते यानी कि उसके प्रतीक चिन्ह को अपना देवता मानती है टोटल भीलों का कुलदेवता है अब है
काला बावू जी
काला बाबू जी भगवान के श्री नाथ जी को काला बाबूजी अराजिया ऋषभदेव के नाम से भी जाना जाता है भील जाति के लोग कला बावजी के चड्डी केसर का पानी पीकर कभी झूठ नहीं बोलते भील जाति शपत की पक्की होती है
भराड़ी देवी
दक्षिणी राजस्थान में भीली जीवन में वैवाहिक भित्ती चित्र की प्रमुख लोक देवी भराड़ी नाम से जानी जाती है जिस घर में भील जाति का विवाह होता है उसे घर में जमाई द्वारा भराड़ी देवी का चित्र बनाया जाता है इसमें सामान्यतः हल्दी रंग देखने को मिलता है गाड़ी देखने को मिलता है उनकी दृष्टि से पूर्व दिशा की ओर रहता है
विश्वती देवी
भील जनजाति की आराध्य देवी है विश्वती देवी भील जनजाति का संबंध झालावाड़ जिले से दी है झालावाड़ जिले में स्थित है मनोहर का थाना दुर्ग में भीलों की आराध्य देवी विश्व मोती देवी का मंदिर है
आमजा माता
उदयपुर जिले में केलवाड़ा गांव में आमजा माता का मंदिर है आमजा माता भीलों की कुलदेवी है जिसकी पूजा एक भील करता है
दोस्तों आज की ब्लॉग पोस्ट में बस इतना ही कमेंट कर जरूर बताना कि आपकी गोत्र कौन सी है और वह आपकी गोत्र की कुलदेवी कौन सी है अगर आप इस ब्लॉग पर नए आए हैं तो जो साइड में घंटी का निशान दिखाई दे रहा है उसे दबाए और इस ब्लॉग को सब्सक्राइब कर ले ताकि आपको आने वाले हर पोस्ट की नोटिफिकेशन मिलती रहेंगे और पोस्ट में तब तक के लिए देखते रहिए इस ब्लॉग को
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