BHIMA NAYAK KI KAHANI-HISTORY OF BHIMA NAYAK - भारत के मुल निवासी

मंगलवार, 26 जनवरी 2021

BHIMA NAYAK KI KAHANI-HISTORY OF BHIMA NAYAK

भीमा नायक

1857 क्रांति के महान  क्रन्तिकारी भीमा nayak के बारे में इस ब्लॉग पोस्ट में बात करने जा रहे है ! तो बने रहे पोस्ट को आखिर तक पढ़े

भीमा नायक कौन है ?

भीमा  1857 की क्रांति के एक योधा था जो अग्रेजो के नाक में दम कर दिया था

१८५७ के प्रथम स्वत्रंता सग्राम में अग्रजो के विरुद्ध सघर्स किया था अग्रेज सरकार द्वारा उनके खिलाफ दोस सिद्ध होने पर उन्हें पोर्ट ब्लेयर व् निकोबार में रखा गया था भीमा नायक की मरतु 29 दिसबर 1876 को पोर्ट ब्लेयर में हुई थी !

BHIMA NAYAK का पकड़ा जाना 

भीमा nayak का कार्य छेत्र बडवानी से खानदेश तक रहा है १८५७ में अबापानी युद्ध में भीमा की महत्वपूर्ण भूमिका थी !अग्रेज जब भीमा nayak को सीधे हाथो से नहीं पकड़ पाई उसने एक घटिया सत्र की चाल चली भीमा nayak के एक नजदीकी आदमी को कुछ धन का लालच देकर खरीद लिया और उस  मुखबिर की मदद से भीमा nayak को पकद्लिया गया और निकोबार की जेल में फासी दे दी गई इस तरह एक वीर का अत हो गया 

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