राजस्थान की भील जनजाति - भारत के मुल निवासी

गुरुवार, 6 अप्रैल 2023

राजस्थान की भील जनजाति

भील जनजाति राजस्थान की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी जनजातियों में से एक है।  वे मुख्य रूप से झालावाड़, बारां, राजसमंद, उदयपुर और चित्तौड़गढ़ जिलों में पाए जाते हैं।  भील जनजाति अपनी बहादुरी और मार्शल कौशल के लिए जानी जाती है।  वे अपने रंगीन परिधानों और गहन गहनों के लिए भी जाने जाते हैं।
भील जनजाति



 भील जनजाति को कई कुलों में विभाजित किया गया है, जिनमें से सबसे बड़े राठौर, पंवार और सिसोदिया हैं।  प्रत्येक कबीले के अपने अलग रीति-रिवाज और परंपराएं होती हैं।  भील मुख्य रूप से किसान और पशुपालक हैं।  वे व्यापार और शिल्प में भी संलग्न हैं।

 भील एक आदिवासी बहुल जनजाति है।  हालाँकि, कई हिंदू और ईसाई भील भी हैं।  भील प्राकृतिक आस्था का पालन करते हैं।  वेसे कई त्योहार मनाते हैं।

 भील एक स्वाभिमानी और स्वतंत्र लोग हैं।  वे अपने मार्शल कौशल और बहादुरी के लिए जाने जाते हैं।  वे अपने रंगीन परिधानों और गहन गहनों के लिए भी जाने जाते हैं।

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